मसाले के रूप में रसोई में और औषधि के रूप में आयुर्वेद में काली मिर्च का बहुत ज्यादा महत्तव होता है । अपने रंग और आकार के कारण यदि इसको काला मोती कहा जये तो गलत नही होगा । काली मिर्च के सेवन सेहत से जुड़ी बहुत सारी समस्याओं में आराम मिलता है और यही कारण है कि बहुत सारी आयुर्वेदिक दवाओं में इसका प्रयोग बहुत ही प्रमुखता के साथ किया जाता है । चलिये जानते हैं कि किस तरह से यह छोटी सी काली मिर्च हमारे लिए लाभकारी होती है ।
छोटी सी काली मिर्च मूड़ अच्छा करे :-
काली मिर्च का एक विशेष प्रभाव है कि यह शरीर में सेरोटोनिन नामक हार्मोन के स्राव को बढ़ा देती है । यह सेरोटोनिन हार्मोन उदासी दूर करके मूड़ को अच्छा बनाने का काम करता है । यदि मूड़ खराब हो या डिप्रेशन की दशा हो तो काली मिर्च के दो दाने लेकर उनको फोड़कर एक कप पानी के साथ पकाकर छानकर पीने से मूड़ बेहतर होता है ।
छोटी सी काली मिर्च पाचन समस्या दूर करे :-
काली मिर्च का प्रभाव पाचन तंत्र और आहार नलिका पर विशेष रूप से सकारात्मक होता है । आमाशय में यह पाचक रसों के स्राव को बढ़ाती है और स्वयं इसमें भी दीपन और पाचन के गुण पाये जाते हैं । दाल सब्जी बनाते वक्त काली मिर्च के सात आठ साबुत दाने डालकर पकाकर खाने से उन लोगों को बहुत लाभ होता है जिनको बदहजमी और खाने के बाद पेट में गैस और अफारे की समस्या रहती है ।
छोटी सी काली मिर्च दूर करे पेट के कीड़े :-
पेट में कीड़े होने की समस्या बच्चों में ज्यादा देखने को मिलती है हालाँकि यह समस्या किसी के भी साथ हो सकती है । इस समस्या के निवारण के लिये भी काली मिर्च को बहुत उपयोगी माना जाता है । आधा गिलास छाज में काली मिर्च के दो दाने भूनकर और फोड़कर मिला कर पीने से पेट के कीड़े मरकर शौच के साथ बाहर निकल जाते हैं । इसका सेवन सुबह के समय करना चाहिये और ध्यान रखिये कि छाज ताजी बनी और प्राकृतिक रूप से मीठी होनी चाहिये ।
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